नवीन समाचार, नई दिल्ली, 28 मार्च 2023। भारत सरकार ने नकली दवाइयां बनाकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहीं फार्मा कंपनियों पर बड़ी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की है। पिछले 15 दिनों से लगातार 203 फॉर्मा कंपनियों की जांच की गई है, और इनमें से 18 कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि आगे आने वाले दिनों में कुछ और कंपनियों पर भी गाज गिर सकती है। यह भी पढ़ें : नैनीताल के अर्णव को झारखंड में बोर्ड परीक्षा टॉप करने पर 1 लाख का पुरस्कार
बताया गया है कि देश में दवाइयों में हो रही मिलावट को लेकर अलर्ट हुई केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों में एक ऑपरेशन चलाया गया है। दस ऑपरेशन के तहत स्टेट और सेंट्रल ड्रग रेगुलेटर ने 20 राज्यों में जांच की और कुल 203 फॉर्मा कंपनियों की पहचान की जा रही जांच में संदिग्धों के रूप में हुई है। उन कंपनियों में से दवाई की क्वालिटी के साथ छेड़छाड़ कर रही 18 के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। यह भी पढ़ें : महिला हमलावर द्वारा की गई ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला स्कूल, 3 छोटे बच्चों सहित 7 की मौत
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भारत मैरियन बायोटेक कंपनी की खांसी की डॉक-1 सिरप को पीने की वजह से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हो गई थी। उन मौतों के बाद यूपी सरकार ने नोएडा स्थित दवा कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया था। 12 जनवरी को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उज्बेकिस्तान में म्ब्रोनोल सिरप और डॉक-1 गुणवत्ता में कमतर मेडिकल उत्पादों उत्पादों का जिक्र करते हुए एक अलर्ट भी जारी किया। उस जांच के बीच केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर पूरे देश में विस्तृत जांच शुरू की। इसके तहत हर उस फॉर्मा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो गुणवक्ता के साथ समझौता कर रही है। यह भी पढ़ें : नैनीताल के अर्णव को झारखंड में बोर्ड परीक्षा टॉप करने पर 1 लाख का पुरस्कार